जीवन चलाने में कर्तव्य की भी अहम भूमिका होती है. कर्तव्य के बिना अधिकार न केवल अधूरे रहते हैं बल्कि उनकी मांग करने वाले की कोई पात्रता ही नहीं बनती है. गणतंत्र दिवस पर पढ़िए शिक्षाविद गिरीश्वर मिश्र का लेख.from Latest News करियर News18 हिंदी https://ift.tt/2Gl9HEP
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